Wednesday, 8 April 2020

उर्वशी शर्मा चॅरिटी के लिये लेगी हस्तकला का सहारा


कोरोना वायरस दुनिया भर में हाहाकार मचा रहा है। कोरोना के मद्देनजर, लॉकडाउन और संचारबंदी दुनिया भर में लागू की  गयी हैं। भारत में २१ दिनों की इस लॉकडाउन अवधि में, कई लोग एक बार खुद को नये सिरे से जण रहे हैं। इस समय मे नई चीज़ें आज़माना उन्हे करना, जिनके लिए उनके पास पहले कभी समय नहीं था! और इसमे  बॉलीवुड कलाकार का  कोई अपवाद नहीं है, कुछ लोग परिवार के साथ समय बिता रहे हैं जबकि अन्य फिटनेस, वर्क फ्रॉम होम पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, और कुछ पुराने शौक का पालन कर अपना रहे हैं या कुछ नया कर रहे हैं

२१ दिन के लॉकडाउन के मद्देनजर नकाब, बार्बर, खट्टा मीठा, चक्रधार जैसी फिल्मों में और आतिफ असलम की  'दुरी', मिका के 'समथिंग समथिंग' इन गानों में अपनी मोहक अदाकारी के  जलवे बिखेरने वाली अदाकारा -मॉडेल उर्वशी शर्मा ने मोमबत्ती बनाने और कढ़ाई करने का नया शौक अपनाया है।हाल ही में, मैं मोमबत्ती और फूल बनाने, कढ़ाई, बुनाई और  मोती पिरोने का काम कर रही हूं। अपने बच्चों के साथ मूलयवान वक्त बिताने के अलावा, मैं पेंटिंग भी करती हूं। कुल मिलाकर, यह मेरे लिए एक बहुत ही उपयोगी क्वारंटाइन साबित हुआ है उर्वशी ने कहा।

उर्वशी ने अभिनेता-उद्यमी सचिन जे जोशी से शादी की। इस दंपति की एक बेटी समीरा और बेटा शिवांश है। सचिन लॉकडाउन के कारण दुबई में फंसे हुये  है।कुछ रचनात्मक करना हमेशा  से ही मेरा जुनून रहा  है। मैं कुछ भी साधारण नहीं करती हूं। हमारे सुंदर घर के हर कोने पर मेरा खास स्पर्श है।" उर्वशी शर्मा  फ़िलहाल भगवान शिव के रूप से प्रेरित कढ़ाई कर रही हैं। वह पहले साईं बाबा, हनुमान, भगवान गणेश, जीसस, मदर मैरी और बाल येशु पर काम कर चुकी हैं। इस बारे में उन्होंने कहा, "किसी भी कलाकृति को पूरा करने में - सप्ताह लगते हैं।"

उर्वशी और सचिन के आलीशान घर में पथर पर रेंज हुए मां काली, शिव और पार्वती के रूप दिखने मिलेंगे।मुझे कला और शिल्प बेहद पसंद हैं, और मैं इसके लिए हर दिन समय निकालती हूं। मैं इस कलाकृति को हमारे बिग ब्रदर फाउंडेशन के लिए निधि जुटाने के लिए बेचूंगी।उर्वशी ने बताया।
२०१२ बिग ब्रदर फाउंडेशन को एक गैर-लाभकारी पहल के रूप में स्थापित किया गया था। इस संस्था द्वारा उर्वशी शर्मा-सचिन जे जोशी ने  ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों और महिलाओं के सशक्तिकरण के खास कार्य किए हैं। हाल ही में, संगठन इस कठिन समय के दौरान देश भर में खाद्यपदार्थ  वितरण अभियान को लागू करने और जरूरतमंदों की मदद करने के उद्देश्य से  खबरों में आया।

कई लोगों के लिए क्वारंटाइन यह एक मजबूरी वाला समय है, लेकिन उर्वशी शर्मा ने कहा, “मेरे लिए यह सब करने का सही समय है। हम हमेशा उन चीजों को करने के लिए समय की तलाश में रहते हैं जिनसे हम प्यार करते हैं।

No comments:

Post a Comment